स्वदेशी क्रांति श्री राजीव दीक्षित जी द्वारा जलाए गये उस चिराग को जलाए रखने के लिए है जो वे हर एक देशवासी के दिल में जलाना चाहते थे. यह क्रांति हमने अपने देश को उन विदेशी कम्पनियों की लूट से बचाने के लिए शुरू की है जिनकी वजह से हमारा देश आज भी गुलाम है और आर्थिक रूप से कमजोर बनता जा रहा है.
विदेशी कम्पनियों द्वारा बनाये गये उत्पादों का बहिष्कार कर स्वदेशी अपनाना ही हमारी क्रांति का मुख्य उद्देश्य है.